चिकनकारी की देखभाल: अपनी पसंदीदा ड्रेस को रखें सदैव खूबसूरत
चिकनकारी का आकर्षण और देखभाल की ज़रूरत
चिकनकारी का काम सबको पसंद आता है। यह एक खास तरह की कढ़ाई है। यह लखनऊ की पहचान है। इस कढ़ाई में धागों से सुंदर फूल-पत्तियाँ और डिज़ाइन बनाए जाते हैं। यह काम बहुत नाज़ुक होता है। चिकनकारी कपड़े देखने में बहुत सुंदर लगते हैं। यह आपको क्लासी लुक देते हैं। लोग इसे पहनना बहुत पसंद करते हैं। खासकर गर्मियों में यह बहुत आरामदायक होता है।
लेकिन चिकनकारी कपड़े की देखभाल थोड़ी खास होती है। यह आम कपड़ों जैसा नहीं होता। अगर इसकी ठीक से देखभाल न हो, तो इसकी सुंदरता खराब हो सकती है। कढ़ाई के धागे ढीले पड़ सकते हैं। कपड़े का रंग फीका हो सकता है। इसलिए अपनी पसंदीदा चिकनकारी ड्रेस को सालों साल नया जैसा बनाए रखने के लिए उसकी सही देखभाल बहुत ज़रूरी है। सही देखभाल से आपका कपड़ा लंबे समय तक चलेगा। उसकी चमक और सुंदरता बनी रहेगी।
चिकनकारी देखभाल के सुनहरे नियम
चिकनकारी कपड़े की देखभाल के लिए कुछ खास नियम हैं। अगर आप इन नियमों का पालन करें, तो आपका कपड़ा हमेशा नया दिखेगा। यह नियम मुश्किल नहीं हैं। बस थोड़ी सावधानी बरतनी होती है। सबसे ज़रूरी बात यह है कि आप कपड़े को धीरे से संभालें। उस पर ज़्यादा जोर न डालें।
देखभाल में धुलाई, सुखाना, प्रेस करना और स्टोर करना शामिल है। हर कदम पर ध्यान देना होता है। इन नियमों को अपनाने से आपकी मेहनत और पैसा दोनों बचेंगे। आपको अपनी खूबसूरत चिकनकारी ड्रेस को जल्दी बदलना नहीं पड़ेगा।
धुलाई का सही तरीका
चिकनकारी कपड़े धोते समय सबसे ज़्यादा सावधानी रखनी चाहिए। यह इसकी लाइफ के लिए बहुत ज़रूरी है।
हाथ से धोएँ, मशीन से नहीं
चिकनकारी कपड़ों को हमेशा हाथ से धोना चाहिए। वॉशिंग मशीन में धोने से बचें। मशीन में कपड़ा तेज़ी से घूमता है। इससे नाज़ुक कढ़ाई टूट सकती है। धागे निकल सकते हैं। हाथ से धोने से आप कंट्रोल कर सकते हैं। आप कपड़े को हल्के हाथ से धो सकते हैं।
ठंडे पानी का इस्तेमाल करें
कपड़े धोने के लिए हमेशा ठंडे पानी का इस्तेमाल करें। गर्म पानी से कपड़े का रंग हल्का हो सकता है। कढ़ाई के धागे सिकुड़ सकते हैं। ठंडा पानी कपड़े और कढ़ाई दोनों के लिए सेफ है।
हल्के डिटर्जेंट चुनें
धोने के लिए हमेशा माइल्ड या हल्का डिटर्जेंट इस्तेमाल करें। लिक्विड डिटर्जेंट सबसे अच्छे होते हैं। हार्ड या तेज़ डिटर्जेंट से कपड़े को नुकसान हो सकता है। कढ़ाई का रंग उड़ सकता है। आप बच्चों के कपड़े धोने वाला डिटर्जेंट भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यह बहुत हल्का होता है।
ज़्यादा देर भिगोएँ नहीं
चिकनकारी कपड़े को पानी में ज़्यादा देर तक भिगो कर न रखें। कुछ मिनट काफी हैं। ज़्यादा देर भिगोने से रंग निकलने का खतरा रहता है। खासकर अगर कपड़ा रंगीन हो।
धीरे से धोएँ
कपड़े को पानी में डालकर हल्के हाथ से हिलाएँ। गंदगी निकालने के लिए कपड़े को रगड़ें नहीं। खासकर जहाँ कढ़ाई है, वहाँ बिल्कुल न रगड़ें। आप हल्के हाथ से दबाकर पानी निकाल सकते हैं। कढ़ाई वाले हिस्से को उंगलियों से साफ करें।
अच्छी तरह धोएँ
कपड़े को साफ पानी से तब तक धोते रहें जब तक सारा डिटर्जेंट निकल न जाए। डिटर्जेंट का अंश कपड़े पर नहीं रहना चाहिए। इससे कपड़ा पीला पड़ सकता है। या उस पर दाग आ सकते हैं।
दाग हटाना है आसान
अगर चिकनकारी कपड़े पर कोई दाग लग जाए, तो उसे तुरंत साफ करें। दाग पुराना होने पर निकालना मुश्किल हो जाता है।
धैर्य रखें
दाग हटाने के लिए जल्दबाजी न करें। और कपड़े को रगड़ें नहीं। रगड़ने से दाग फैल सकता है। और कढ़ाई को नुकसान हो सकता है।
स्पॉट क्लीनिंग करें
सिर्फ दाग वाली जगह को साफ करें। पूरे कपड़े को धोने की ज़रूरत नहीं है। एक साफ कपड़े या रुई पर थोड़ा डिटर्जेंट लें। उसे हल्के से दाग पर लगाएँ। फिर साफ पानी से धो लें।
तेज़ केमिकल से बचें
दाग हटाने के लिए तेज़ केमिकल्स का इस्तेमाल कभी न करें। ब्लीच तो बिल्कुल भी इस्तेमाल न करें। यह कपड़े और कढ़ाई दोनों को खराब कर सकती है। रंग उड़ा सकती है।
ज़िद वाले दाग
अगर दाग बहुत ज़िद्दी हो, तो उसे एक्सपर्ट को दिखाएँ। ड्राई क्लीनर से सलाह लें। वे जानते हैं कि नाज़ुक कपड़ों से दाग कैसे निकालते हैं।
सुखाना भी है कला
चिकनकारी कपड़े धोने के बाद उसे सही तरीके से सुखाना भी ज़रूरी है।
धूप से बचाएँ
कपड़े को सीधे धूप में न सुखाएँ। धूप से कपड़े का रंग हल्का हो सकता है। कढ़ाई भी फीकी पड़ सकती है। कपड़े को हमेशा छाँव में सुखाएँ। जहाँ हवा अच्छी हो।
लेटकर सुखाएँ
कपड़े को लटकाने के बजाय किसी सपाट जगह पर फैला कर सुखाएँ। आप इसे साफ तौलिए पर फैला सकते हैं। या कपड़े सुखाने वाले नेट पर। इससे कपड़े का शेप खराब नहीं होता। कढ़ाई पर खिंचाव नहीं पड़ता।
निचोड़ें नहीं
कपड़े से पानी निकालने के लिए उसे निचोड़ें नहीं। हल्के हाथ से दबाकर पानी निकालें। या उसे तौलिए में लपेट कर धीरे से दबाएँ। निचोड़ने से कढ़ाई टूट सकती है। कपड़ा सिकुड़ सकता है।
हैंगर का इस्तेमाल
अगर लटकाना ही पड़े, तो पैडेड हैंगर का इस्तेमाल करें। इससे कंधों के पास कपड़े का निशान नहीं पड़ता। और कपड़े का भार एक जगह नहीं आता।
प्रेस करने की सावधानी
चिकनकारी कपड़े को प्रेस करते समय भी ध्यान रखना चाहिए।
कम हीट पर प्रेस करें
आयरन को हमेशा कम हीट पर सेट करें। नाज़ुक कपड़ों के लिए सिल्क या सिंथेटिक सेटिंग चुनें। ज़्यादा हीट से कपड़ा जल सकता है। या कढ़ाई चिपक सकती है।
उल्टा करके प्रेस करें
कपड़े को हमेशा उल्टा करके प्रेस करें। खासकर जहाँ कढ़ाई है, वहाँ उल्टा करके ही प्रेस करें। इससे कढ़ाई उभरी हुई बनी रहेगी। वह दबेगी नहीं।
प्रेसिंग क्लॉथ का इस्तेमाल
आप चाहें तो कपड़े और आयरन के बीच एक पतला मलमल का कपड़ा रख सकते हैं। इसे प्रेसिंग क्लॉथ कहते हैं। यह कपड़े को सीधी हीट से बचाता है। और कढ़ाई को सुरक्षित रखता है।
भाप से बचें
सीधी भाप देने से बचें। खासकर कढ़ाई वाले हिस्से पर। इससे कढ़ाई सिकुड़ सकती है। या धागे खराब हो सकते हैं।
स्टोरेज का खास ख्याल
चिकनकारी कपड़े को स्टोर करते समय भी कुछ बातें याद रखनी चाहिए। सही तरीके से स्टोर करने से वह लंबे समय तक चलेगा।
साफ करके स्टोर करें
कपड़े को हमेशा साफ करके ही रखें। गंदे कपड़े पर दाग लग सकते हैं। कीड़े लग सकते हैं। या फफूंदी लग सकती है।
कॉटन बैग या मलमल का कपड़ा
चिकनकारी कपड़े को स्टोर करने के लिए कॉटन या मलमल के कपड़े का बैग इस्तेमाल करें। प्लास्टिक बैग में न रखें। प्लास्टिक में हवा पास नहीं होती। इससे कपड़े में नमी आ सकती है। और फफूंदी लगने का डर रहता है।
नमी से बचाएँ
कपड़ों को हमेशा सूखी जगह पर रखें। अलमारी में नमी नहीं होनी चाहिए। नमी से कपड़े खराब होते हैं।
कीड़ों से बचाएँ
चिकनकारी कपड़ों को कीड़ों से बचाना ज़रूरी है। खासकर रेशम या मलमल जैसे कपड़ों को। आप कपड़ों के बीच नीम की सूखी पत्तियाँ रख सकते हैं। या सिलिका जेल पैकेट डाल सकते हैं। ये नमी और कीड़ों दोनों से बचाते हैं। नेफ़थलीन बॉल्स (फिनाइल की गोलियाँ) का इस्तेमाल कम करें। उनकी महक कपड़े में बैठ जाती है। और वे कपड़े के लिए उतने अच्छे नहीं होते।
फोल्ड करें या हैंग करें
आप कपड़े को सावधानी से फोल्ड करके रख सकते हैं। अगर लटका रहे हैं, तो पैडेड हैंगर का इस्तेमाल करें। इससे कंधे के पास का हिस्सा खराब नहीं होगा। और कढ़ाई पर खिंचाव नहीं आएगा। भारी कढ़ाई वाले कपड़े फोल्ड करके रखना बेहतर है। ताकि कढ़ाई के भार से कपड़ा लटके नहीं।
लाइट से बचाएँ
कपड़ों को सीधे लाइट से दूर रखें। खासकर फ्लोरोसेंट लाइट से। इससे कपड़े का रंग हल्का हो सकता है। अलमारी में लाइट सीधे कपड़े पर नहीं पड़नी चाहिए।
अलग-अलग फैब्रिक पर चिकनकारी की देखभाल
चिकनकारी कढ़ाई कई तरह के कपड़ों पर की जाती है। जैसे कॉटन, जॉर्जेट, शिफॉन, सिल्क, modal, rayon आदि। हर फैब्रिक की अपनी खासियत होती है। इसलिए उनकी देखभाल का तरीका थोड़ा बदल सकता है।
कॉटन चिकनकारी
कॉटन सबसे आम और आसान फैब्रिक है। इसकी देखभाल सबसे सरल है। आप ऊपर बताए गए नियम कॉटन पर आसानी से लागू कर सकते हैं। यह टिकाऊ होता है और हाथ से धोने में खराब नहीं होता। बस रंगीन कॉटन को अलग से धोएँ।
जॉर्जेट और शिफॉन चिकनकारी
यह फैब्रिक नाज़ुक होते हैं। इन्हें धोते समय और भी सावधानी चाहिए। हमेशा बहुत हल्के हाथ से धोएँ। रगड़ने से बचें। इन्हें निचोड़ें बिल्कुल नहीं। सुखाने के लिए सपाट फैलाएँ। प्रेस करते समय हीट बहुत कम रखें और प्रेसिंग क्लॉथ ज़रूर इस्तेमाल करें। कई लोग जॉर्जेट या शिफॉन चिकनकारी के लिए ड्राई क्लीनिंग की सलाह देते हैं। अगर कपड़ा महंगा और बहुत नाज़ुक है, तो ड्राई क्लीनिंग अच्छा ऑप्शन हो सकता है। लेकिन एक अच्छे और भरोसेमंद ड्राई क्लीनर से ही करवाएँ।
सिल्क चिकनकारी
सिल्क बहुत खूबसूरत और नाज़ुक होता है। सिल्क चिकनकारी की देखभाल खास तरीके से करनी चाहिए। इसे घर पर धोने से बचें। सिल्क चिकनकारी के लिए ड्राई क्लीनिंग सबसे सुरक्षित तरीका है। अगर बहुत ज़रूरी हो तो ठंडे पानी और सिल्क के लिए बने माइल्ड डिटर्जेंट से बहुत हल्के हाथ से धोएँ। तुरंत पानी से निकाल लें। निचोड़ें नहीं। सपाट सुखाएँ। प्रेस कम हीट पर उल्टा करके करें। सिल्क को नमी और कीड़ों से खास बचाएँ।
modal और Rayon चिकनकारी
यह फैब्रिक भी कुछ हद तक कॉटन जैसे होते हैं। इन्हें हाथ से ठंडे पानी और हल्के डिटर्जेंट से धोया जा सकता है। रगड़ने और निचोड़ने से बचें। सुखाने के लिए लटकाने के बजाय सपाट फैलाना बेहतर है। प्रेस कम हीट पर कर सकते हैं।
हमेशा कपड़े के साथ आने वाले वॉश केयर लेबल को पढ़ें। उस पर दिए गए निर्देश सबसे सही होते हैं। अलग-अलग फैब्रिक के लिए निर्देश अलग हो सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
चिकनकारी कपड़ों की देखभाल को लेकर लोगों के मन में कई सवाल होते हैं। यहाँ कुछ आम सवालों के जवाब दिए गए हैं।
क्या मैं चिकनकारी कपड़े को वॉशिंग मशीन में धो सकती हूँ?
नहीं, चिकनकारी कपड़ों को वॉशिंग मशीन में नहीं धोना चाहिए। मशीन की तेज़ गति से नाज़ुक कढ़ाई को नुकसान पहुँच सकता है। धागे टूट सकते हैं। हमेशा हाथ से धोना ही सुरक्षित है।
क्या मैं चिकनकारी कपड़े को ड्राई क्लीन करा सकती हूँ?
हाँ, खासकर जॉर्जेट, शिफॉन या सिल्क जैसी नाज़ुक फैब्रिक वाली चिकनकारी के लिए ड्राई क्लीनिंग एक अच्छा विकल्प है। इससे कपड़े को नुकसान नहीं होता। लेकिन कॉटन चिकनकारी को आप घर पर हाथ से आसानी से धो सकते हैं। अगर आप ड्राई क्लीन करा रहे हैं, तो भरोसेमंद ड्राई क्लीनर चुनें।
सफेद चिकनकारी पीली क्यों पड़ जाती है और इसे कैसे रोकें?
सफेद चिकनकारी कई कारणों से पीली पड़ सकती है। जैसे सही से न धोना, डिटर्जेंट का अंश रह जाना, सीधे धूप में सुखाना, या गलत तरीके से स्टोर करना। पीलापन रोकने के लिए: कपड़े को अच्छी तरह धोएँ ताकि सारा डिटर्जेंट निकल जाए। छाँव में सुखाएँ। प्लास्टिक बैग में स्टोर न करें। कॉटन बैग इस्तेमाल करें। कभी-कभी हवा लगने के लिए कपड़े को निकालते रहें।
अगर कढ़ाई का धागा निकल जाए तो क्या करें?
अगर कोई धागा हल्का सा निकल रहा है, तो उसे खीचें नहीं। इससे और धागे निकल सकते हैं। आप उसे सावधानी से कैंची से काट सकते हैं। अगर कढ़ाई ज़्यादा खुल रही है, तो उसे किसी एक्सपर्ट से तुरन्त ठीक करवाएँ। ताकि नुकसान ज़्यादा न हो।
चिकनकारी कपड़ों को लंबे समय तक कैसे स्टोर करें?
लंबे समय के लिए स्टोर करने से पहले कपड़े को अच्छी तरह साफ करें। उसे पूरी तरह सुखा लें। उसे कॉटन या मलमल के कपड़े में लपेटें। या कॉटन बैग में डालें। सूखी और अंधेरी जगह पर रखें। सीधे लाइट से दूर रखें। नमी और कीड़ों से बचाने के लिए नीम की पत्तियाँ या सिलिका जेल इस्तेमाल करें। कपड़ों को समय-समय पर बाहर निकाल कर हवा लगने दें।
रंगीन चिकनकारी की देखभाल कैसे करें?
रंगीन चिकनकारी धोते समय खास सावधानी बरतें। उसे हमेशा अकेले धोएँ। दूसरे कपड़ों के साथ न धोएँ। खासकर पहले कुछ बार धोते समय रंग निकलने का डर रहता है। ठंडे पानी का इस्तेमाल करें। ज़्यादा देर भिगोएँ नहीं। हल्के हाथ से धोएँ।
चिकनकारी की देखभाल: कुछ अतिरिक्त सुझाव
कुछ और बातें हैं जो आपकी चिकनकारी ड्रेस की देखभाल में मदद कर सकती हैं।
हमेशा ध्यान से संभालें
चिकनकारी कपड़े पहनते और उतारते समय ध्यान रखें। गहनों या नुकीली चीज़ों से बचें। उनसे कढ़ाई अटक कर टूट सकती है।
ढीले धागों को काटें
अगर कोई धागा हल्का सा ढीला दिखे, तो उसे खीचें नहीं। उसे नाखून से या कैंची की नोक से हल्के से काट दें। खींचने से कढ़ाई खुल सकती है।
तुरंत मरम्मत करें
अगर कपड़े में कोई छोटा सा कट या कढ़ाई में slight damage दिखे, तो उसे तुरंत ठीक करवा लें। छोटा सा नुकसान समय पर ठीक होने से बड़ा नहीं होता।
भारी सामान रखने से बचें
अलमारी में चिकनकारी कपड़ों के ऊपर भारी कपड़े या सामान न रखें। इससे कढ़ाई दब सकती है। उसका उभार कम हो सकता है।
खुशबूदार स्प्रे से बचें
सीधे कपड़े पर परफ्यूम या डियोड्रेंट स्प्रे न करें। इससे दाग लग सकते हैं या रंग उड़ सकता है। पहनने से पहले स्प्रे करें और फिर कपड़ा पहनें।
अपनी चिकनकारी को दें लंबा जीवन!
चिकनकारी एक कला है। यह पहनने वाले की सुंदरता बढ़ाती है। यह हमारे कल्चर का हिस्सा है। इसलिए इसकी देखभाल करना बहुत ज़रूरी है। सही देखभाल से आप अपनी पसंदीदा चिकनकारी ड्रेस को कई सालों तक पहन सकते हैं। वह हमेशा नई और खूबसूरत दिखेगी।
धुलाई का सही तरीका, दाग हटाने की सावधानी, सही सुखाना, ध्यान से प्रेस करना और सही स्टोरेज, ये सब मिलकर आपके चिकनकारी कपड़े को लंबा जीवन देते हैं।
यह मत सोचिए कि देखभाल मुश्किल है। यह बस थोड़ी सी आदत की बात है। एक बार जब आप इन बातों का ध्यान रखने लगेंगे, तो यह आसान हो जाएगा। आपकी थोड़ी सी मेहनत आपकी पसंदीदा चिकनकारी ड्रेस को हमेशा खास बनाए रखेगी। तो इन टिप्स को अपनाएँ और अपनी चिकनकारी का आनंद लें सालों साल!